नई दिल्ली, (UNA) : — भारत ने बुधवार तड़के 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (PoK) में नौ आतंकवादी ठिकानों पर समन्वित हवाई हमले किए। यह कार्रवाई 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के प्रतिशोध में की गई, जिसमें 26 निर्दोष नागरिकों की जान गई थी ।
ऑपरेशन सिंदूर: प्रमुख बिंदु
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लक्ष्य: पाकिस्तान और PoK में स्थित आतंकवादी आधारभूत संरचनाएं, विशेष रूप से लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे समूहों के ठिकाने।
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स्थान: मुरिदके, बहावलपुर, मुज़फ़्फराबाद, कोटली सहित अन्य क्षेत्र।
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परिणाम: 70 से अधिक आतंकवादियों के मारे जाने और 60 से अधिक के घायल होने की रिपोर्ट है, जिससे इन समूहों की संचालन क्षमता को गंभीर नुकसान पहुंचा है ।
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रणनीति: भारतीय सेना और वायुसेना द्वारा संयुक्त रूप से 24 सटीक मिसाइल हमले किए गए।
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सावधानी: भारतीय अधिकारियों ने कहा कि हमलों के दौरान नागरिक संरचनाओं को नुकसान से बचने के लिए विशेष ध्यान दिया गया ।
भारत की आधिकारिक प्रतिक्रिया
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने प्रेस वार्ता में कहा कि पाकिस्तान आतंकवादियों के लिए "सुरक्षित पनाहगाह" बन गया है और पहलगाम हमले की जांच में पाकिस्तान की संलिप्तता पाई गई है। उन्होंने यह भी बताया कि खुफिया रिपोर्टों के अनुसार भारत पर और हमलों की योजना बनाई जा रही थी, जिससे यह कार्रवाई आवश्यक हो गई
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया और क्षेत्रीय तनाव
पाकिस्तान ने इन हमलों को "युद्ध की कार्रवाई" करार देते हुए कम से कम 26 नागरिकों की मौत और 46 के घायल होने की पुष्टि की है। पाकिस्तानी अधिकारियों ने दावा किया है कि उन्होंने पांच भारतीय लड़ाकू विमानों को मार गिराया है, हालांकि भारत ने इन दावों की पुष्टि नहीं की है ।
इसके अतिरिक्त, नियंत्रण रेखा (LoC) पर दोनों देशों के बीच भारी गोलाबारी की खबरें हैं, जिससे दोनों ओर नागरिक हताहत हुए हैं ।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
संयुक्त राष्ट्र, अमेरिका, चीन और अन्य प्रमुख देशों ने दोनों देशों से संयम बरतने और तनाव कम करने की अपील की है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह स्थिति 2019 के बालाकोट हमलों से भी अधिक गंभीर है और क्षेत्रीय स्थिरता के लिए खतरा बन सकती है । - UNA