"ऑपरेशन सिंदूर: पहलगाम हमले के बाद भारत की जवाबी कार्रवाई, एलओसी पार आतंकियों पर मिसाइल स्ट्राइक"07 May 25

"ऑपरेशन सिंदूर: पहलगाम हमले के बाद भारत की जवाबी कार्रवाई, एलओसी पार आतंकियों पर मिसाइल स्ट्राइक"

नयी दिल्ली, भारत (UNA) : - हाल ही में पहलगाम में हुए घातक हमले के बाद, जिसमें कई तीर्थयात्रियों की जान चली गई, भारतीय सेना ने नियंत्रण रेखा (LoC) के पार पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर में लक्षित हमले किए हैं। "ऑपरेशन सिंदूर" नामक इस अभियान में, आतंकवादी लॉन्चपैड और प्रशिक्षण शिविरों के रूप में पहचाने गए स्थानों पर [चौबीस] मिसाइलें दागी गईं।भारतीय रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने इन हमलों की पुष्टि करते हुए कहा कि यह पहलगाम हमले का सीधा जवाब था और इसका उद्देश्य सीमा पार आतंकवाद को रोकना था। सुरक्षा कारणों से सटीक लक्ष्यों का खुलासा नहीं किया गया है, लेकिन अधिकारियों ने संकेत दिया है कि उन्हें विश्वसनीय खुफिया जानकारी के आधार पर चुना गया था, जो उन्हें हमले और चल रही आतंकवादी गतिविधियों से जोड़ती थी।

एक उच्च पदस्थ अधिकारी ने गुमनाम रूप से कहा, "यह कार्रवाई पहलगाम में अस्वीकार्य आतंकवादी कृत्य का एक मापा और आनुपातिक जवाब था। भारत आतंकवाद के प्रति शून्य सहिष्णुता रखता है और अपने नागरिकों की रक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगा।"

विदेश मंत्रालय (MEA) ने कथित तौर पर कई देशों को इस ऑपरेशन के बारे में जानकारी दी है, जिसमें इसकी रक्षात्मक प्रकृति और क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के प्रति प्रतिबद्धता पर जोर दिया गया है। MEA ने जोर देकर कहा कि हमले केवल आतंकवादी ढांचे को लक्षित करते थे और भारत बातचीत और तनाव कम करने के लिए प्रतिबद्ध है, बशर्ते पाकिस्तान अपनी सीमा के भीतर काम कर रहे आतंकवादी समूहों के खिलाफ सत्यापन योग्य कार्रवाई करे।

पाकिस्तानी सरकार ने अभी तक हमलों की खबरों पर आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है। हालांकि, पाकिस्तानी मीडिया से शुरुआती खबरों में LoC के साथ सुरक्षा उपायों में वृद्धि का सुझाव दिया गया है।

यह ऑपरेशन, विशेष रूप से हाल ही में हुए पहलगाम हमले के बाद, भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव में एक महत्वपूर्ण वृद्धि का प्रतीक है। आगे बढ़ने की संभावना चिंता का विषय बनी हुई है, और अंतर्राष्ट्रीय पर्यवेक्षक स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहे हैं।

जबकि भारत सरकार का कहना है कि राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा के लिए हमले एक आवश्यक उपाय थे, "ऑपरेशन सिंदूर" के पहले से ही नाजुक भारत-पाकिस्तान संबंधों पर दीर्घकालिक प्रभाव अभी भी देखा जाना बाकी है। अब ध्यान आगे की हिंसा को रोकने और क्षेत्र में एक अधिक स्थिर और सुरक्षित वातावरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से राजनयिक प्रयासों पर केंद्रित है। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय दोनों पक्षों से संयम बरतने और संघर्ष के मूल कारणों को दूर करने के लिए रचनात्मक बातचीत में शामिल होने का आग्रह कर रहा है। - UNA

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