15 अप्रैल 2025 (UNA) : ट्रंप के 10% टैरिफ से अमेरिका में खाने से लेकर खेती तक महंगाई की मार
अमेरिकी नागरिकों को अब अपने खाने की प्लेट से लेकर अपने खेतों और घरों तक, हर कदम पर महंगाई का सामना करना पड़ सकता है — और इसकी वजह है पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा प्रस्तावित भारतीय आयात पर 10% फ्लैट टैरिफ। मनीकंट्रोल के एक विश्लेषण में पाया गया है कि इस टैरिफ का असर अमेरिकी ज़िंदगी के हर हिस्से में महसूस किया जाएगा।
खाने में भी महंगाई
भारतीय कृषि उत्पादों पर टैरिफ लगने से बर्गर और सैंडविच जैसे आम अमेरिकी फूड आइटम्स महंगे हो सकते हैं। भारत से आने वाले शिमला मिर्च (कैप्सिकम) और खीरे (कुकुंबर) जैसे सब्ज़ियों पर असर पड़ेगा, जो अमेरिका के फ़ास्ट फूड सेक्टर में खूब इस्तेमाल होती हैं। इसका सीधा असर आम अमेरिकियों के फूड बजट पर पड़ेगा।
अमेरिकी किसानों पर दोहरी मार
यह टैरिफ केवल उपभोक्ताओं को ही नहीं, बल्कि अमेरिकी किसानों को भी तगड़ी चोट पहुंचा सकता है — जो कि ट्रंप की एक प्रमुख समर्थक जनसंख्या मानी जाती है।
भारत से आयात होने वाले कृषि ट्रैक्टरों पर भी ये टैरिफ लागू होगा। 2024 में अमेरिका में बेचे गए लगभग सभी कृषि ट्रैक्टर ($135 मिलियन मूल्य) भारत से ही आए थे। यदि इन पर 10% शुल्क लगाया जाता है, तो किसानों को ट्रैक्टर खरीदने में ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ेंगे।
होम डेकोर भी महंगा
टैरिफ का असर केवल कृषि और खाद्य क्षेत्र तक ही सीमित नहीं है। कार्पेट, बेडशीट और लिनेन जैसे घरेलू उपयोग के सामान भी इस सूची में शामिल हैं। अमेरिका में बिकने वाले 90% से अधिक कार्पेट भारत से आते हैं। ऐसे में इन पर टैरिफ लगने से अमेरिकियों को अपने घर सजाने में भी ज्यादा खर्च करना पड़ेगा।
ट्रंप की नीतियों पर सवाल
ट्रंप का यह प्रस्ताव उनके 'अमेरिका फर्स्ट' एजेंडे के अंतर्गत आता है, लेकिन इसका उल्टा असर उनकी ही वोट बैंक — किसान और मिडल क्लास — पर पड़ सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस कदम से अमेरिकी बाजार में महंगाई और असंतुलन दोनों बढ़ सकते हैं। - UNA