14 अप्रैल 2025 (UNA) : भारत की सबसे बड़ी आईटी सेवा कंपनी टीसीएस ने FY25 में 42,000 नए कर्मचारियों को नौकरी पर रखा, जो इसके 40,000 के लक्ष्य से थोड़ा अधिक है। कंपनी FY26 में भी इसी लक्ष्य को पार करने के प्रति आशान्वित है।
टीसीएस के मुख्य मानव संसाधन अधिकारी (CHRO) मिलिंद लक्कड़ ने हालांकि यह स्पष्ट किया कि कंपनी इस वित्तीय वर्ष में वेतन वृद्धि के चक्र को स्थगित करेगी, क्योंकि मौजूदा आर्थिक परिस्थितियों और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए टैरिफ जैसे बाहरी आर्थिक प्रभावों के चलते स्थिति अनिश्चित बनी हुई है।
FY25 के अंत में टीसीएस के कर्मचारियों की संख्या 607,979 हो गई, जो पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में केवल 6,433 कर्मचारियों का शुद्ध इज़ाफा था। यह वृद्धि अपेक्षाकृत कम रही, लेकिन कंपनी का मानना है कि वह आगे आने वाले वर्षों में इस वृद्धि को और गति देगी।
मिलिंद लक्कड़ ने अपनी सेवानिवृत्ति के कुछ महीनों पहले अपनी सोच साझा की और बताया कि कंपनी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के प्रभाव को ध्यान में रखते हुए भर्ती और तैनाती की प्रक्रिया में बदलाव ला रही है। साथ ही, उन्होंने H-1B वीजा नीति में संभावित बदलावों के बारे में भी चिंता व्यक्त की।
लक्कड़ ने यह भी कहा कि टीसीएस अपनी मानव संसाधन रणनीतियों को इस तरह से आकार दे रही है कि कंपनी की कार्यशक्ति डिजिटल कौशल से लैस हो, और आने वाले समय में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) जैसी तकनीकों का लाभ लिया जा सके। उनका मानना है कि AI जैसे नए तकनीकी बदलाव भर्ती और तैनाती के मॉडल को फिर से परिभाषित करेंगे, और यह टीसीएस के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है।
लक्कड़ की सेवानिवृत्ति के बाद सुदीप कुनुमल उनकी जगह लेंगे, और कंपनी को उम्मीद है कि वह आगे बढ़ते हुए इन बदलावों को आगे बढ़ाएंगे और टीसीएस को एक नई दिशा देंगे। - UNA