15 अप्रैल 2025 (UNA) : भारत में खुदरा महंगाई दर मार्च 2025 में घटकर 3.34% पर आ गई, जो पिछले 67 महीनों का सबसे निचला स्तर है। फरवरी में यह दर 3.61% थी। यह लगातार दूसरा महीना है जब महंगाई दर भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के निर्धारित 4% लक्ष्य से नीचे रही है। यह आंकड़े 11 अप्रैल को जारी किए गए।
खाने-पीने की चीजों की कीमतों में गिरावट
महंगाई में इस गिरावट की सबसे बड़ी वजह रही खाद्य महंगाई में कमी। मार्च में खाद्य महंगाई घटकर 2.69% हो गई, जबकि फरवरी में यह 3.75% थी। इससे आम आदमी को थोड़ी राहत जरूर मिली है।
सालाना आंकड़ों में भी सुधार
वित्त वर्ष 2024-25 (FY25) में देश की औसत खुदरा महंगाई दर 4.6% रही, जो इससे पिछले साल FY24 में 5.4% थी। यह सुधार नीतिगत फैसलों और खाद्य आपूर्ति की स्थिरता का संकेत देता है।
आरबीआई ने घटाया महंगाई का अनुमान
RBI ने भी अपनी ताज़ा मौद्रिक नीति बैठक में महंगाई का अनुमान घटाकर 4% कर दिया है, जो पहले 4.2% था।
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पहली तिमाही (Q1) के लिए महंगाई अनुमान को 4.5% से घटाकर 3.6% कर दिया गया है।
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दूसरी तिमाही (Q2) के लिए अनुमान को 4% से घटाकर 3.9% कर दिया गया है।
ब्याज दरों में कटौती की राह आसान
महंगाई में गिरावट से RBI को ब्याज दरों में और कटौती करने की गुंजाइश मिल सकती है। अप्रैल 2025 में केंद्रीय बैंक ने लगातार दूसरी बार ब्याज दर में कटौती की है और पॉलिसी रेट को 6% पर लाया है।
विकास दर का अनुमान भी घटा
हालाँकि महंगाई के मोर्चे पर राहत है, लेकिन विकास दर के मामले में RBI ने अनुमान घटाया है। अब 2025 में भारत की जीडीपी ग्रोथ 6.7% से घटाकर 6.5% कर दी गई है। - UNA