UPI ठप! PhonePe, Google Pay और बैंकों की सेवाएं बंद, यूज़र्स हुए परेशान12 Apr 25

UPI ठप! PhonePe, Google Pay और बैंकों की सेवाएं बंद, यूज़र्स हुए परेशान

12 अप्रैल 2025 (UAN) : शनिवार सुबह भारत में डिजिटल पेमेंट सिस्टम बुरी तरह प्रभावित हुआ जब यूपीआई (UPI - यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस) सेवाएं ठप हो गईं। इस तकनीकी गड़बड़ी की वजह से PhonePe, Google Pay, Paytm, और विभिन्न बैंकों की UPI सेवाओं के यूजर्स को लेनदेन में दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

यूजर्स ने सुबह से ही ट्रांजेक्शन फेल होने, पेमेंट कन्फर्मेशन में देरी और लॉगिन समस्याओं की शिकायत की। यह समस्या किसी एक बैंक या ऐप तक सीमित नहीं थी, बल्कि देशभर में व्यापक रूप से फैली हुई थी

समस्या की शुरुआत शनिवार तड़के हुई और सुबह 8 बजे के आसपास यह अपने चरम पर पहुंच गई। लोगों ने X (पूर्व में ट्विटर) जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपनी नाराज़गी ज़ाहिर की। कई यूजर्स ने बताया कि वो रोजमर्रा की छोटी-छोटी पेमेंट्स — जैसे चाय, नाश्ता या ऑटो किराया — तक नहीं कर पा रहे थे।

नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्हें UPI में आ रही तकनीकी दिक्कतों की जानकारी है और उनकी टीम इसे ठीक करने में लगी हुई है। एनपीसीआई ने X पर पोस्ट करते हुए कहा:

"NPCI वर्तमान में कुछ तकनीकी समस्याओं का सामना कर रहा है, जिसके कारण आंशिक रूप से UPI ट्रांजेक्शन्स में दिक्कतें आ रही हैं। हम इस समस्या को जल्द ठीक करने के लिए काम कर रहे हैं। हुई असुविधा के लिए हमें खेद है।"

फिलहाल, यूजर्स को सलाह दी जा रही है कि जब तक सेवाएं पूरी तरह बहाल नहीं हो जातीं, तब तक वैकल्पिक पेमेंट मोड जैसे डेबिट/क्रेडिट कार्ड, नेट बैंकिंग या कैश का उपयोग करें।

जैसे-जैसे स्थिति पर अपडेट मिलेगा, हम आपको जानकारी देते रहेंगे - UNA 

Related news

7 साल का बच्चा रणथम्भोर मंदिर में परिवार के साथ पूजा करने गया, बाघ ने हमला कर लिया16 Apr 25

7 साल का बच्चा रणथम्भोर मंदिर में परिवार के साथ पूजा करने गया, बाघ ने हमला कर लिया

राजस्थान के रणथम्भोर में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक 7 साल का बच्चा अपने परिवार के साथ रणथम्भोर मंदिर में पूजा करने गया था। पूजा के दौरान, अचानक एक बाघ ने उस पर हमला कर लिया और उसे खा गया। यह घटना परिवार के लिए एक भारी सदमा बनी हुई है। घटना के बाद पुलिस और वन विभाग की टीम ने शव का पोस्टमॉर्टम कराया और सभी कानूनी प्रक्रियाओं के बाद शव को परिवार के हवाले कर दिया। यह घटना वन्यजीवों और मानवों के बीच बढ़ते संघर्ष को उजागर करती है, खासकर उन क्षेत्रों में जहां बाघ और अन्य जंगली जानवरों की संख्या अधिक है। इस घटना के बाद स्थानीय प्रशासन और वन विभाग द्वारा सुरक्षा उपायों को लेकर सवाल उठ रहे हैं।