डॉ. जितेंद्र सिंह की पहल: भारत के लिए स्वदेशी AI ओपन स्टैक की दिशा में एक कदम06 May 25

डॉ. जितेंद्र सिंह की पहल: भारत के लिए स्वदेशी AI ओपन स्टैक की दिशा में एक कदम

नई दिल्ली (UNA) : में विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने हाल ही में विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (DST) की परियोजनाओं की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI)-आधारित नवाचारों और गहरे प्रौद्योगिकी स्टार्टअप्स के लिए बढ़ी हुई समर्थन की आवश्यकता पर बल दिया। डॉ. सिंह ने भारत के अपने AI ओपन स्टैक के विकास की आवश्यकता को रेखांकित किया, जिसे देश को विज्ञान और प्रौद्योगिकी में वैश्विक नेतृत्व की ओर अग्रसर करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना गया।

🇮🇳 भारत का AI ओपन स्टैक: वैश्विक नेतृत्व की ओर

डॉ. सिंह ने वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं से आग्रह किया कि वे भारत की विशिष्ट चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए स्वदेशी समाधान विकसित करें। उन्होंने सरकार की गहरे प्रौद्योगिकी स्टार्टअप्स के लिए प्रतिबद्धता को दोहराया, जो अनुसंधान और विकास को व्यावसायिक रूप से व्यवहार्य उत्पादों और सेवाओं में बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

🧪 अनुसंधान और उद्योग के बीच सहयोग

मंत्री ने अकादमिक और उद्योग के बीच अंतर को पाटने की आवश्यकता पर जोर दिया, सहयोग और ज्ञान साझा करने के लिए प्रोत्साहित किया, ताकि नवाचार प्रौद्योगिकियों के विकास और तैनाती में तेजी लाई जा सके। उन्होंने विशेष रूप से DST परियोजनाओं से आग्रह किया कि वे राष्ट्रीय प्राथमिकताओं के साथ मेल खाती हों, ताकि आर्थिक विकास और सामाजिक कल्याण में योगदान हो सके।

🏥 चिकित्सा महाविद्यालयों में अनुसंधान पार्क की स्थापना

एक अलग आह्वान में, डॉ. सिंह ने अनुसंधान राष्ट्रीय अनुसंधान फाउंडेशन (ANRF) से चिकित्सा महाविद्यालयों में अनुसंधान पार्क स्थापित करने में सहायता करने का आग्रह किया। उनका मानना है कि यह पहल चिकित्सा क्षेत्र में नैदानिक नवाचार और अनुसंधान क्षमताओं को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ावा देगी, जिससे अंततः देश के लिए बेहतर स्वास्थ्य देखभाल परिणाम प्राप्त होंगे।

चिकित्सा महाविद्यालयों में अनुसंधान पार्क की स्थापना को ट्रांसलेशनल अनुसंधान के लिए उत्प्रेरक के रूप में देखा जाता है, जो डॉक्टरों और शोधकर्ताओं को सहयोग करने और चिकित्सा चुनौतियों का समाधान विकसित करने में सक्षम बनाएगा। यह कदम सरकार के अनुसंधान-प्रेरित स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली को बढ़ावा देने के व्यापक दृष्टिकोण के अनुरूप है।

डॉ. सिंह की समीक्षा सरकार की विज्ञान और प्रौद्योगिकी की शक्ति का उपयोग करके राष्ट्रीय प्रगति को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है। AI-आधारित नवाचारों को बढ़ावा देकर, गहरे प्रौद्योगिकी स्टार्टअप्स का समर्थन करके, और अनुसंधान अवसंरचना को मजबूत करके, भारत वैश्विक विज्ञान और प्रौद्योगिकी में अपनी स्थिति को मजबूत करने का लक्ष्य रखता है। - UNA

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डॉ. जितेंद्र सिंह की पहल: भारत के लिए स्वदेशी AI ओपन स्टैक की दिशा में एक कदम

भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. जितेंद्र सिंह ने हाल ही में विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (DST) की परियोजनाओं की समीक्षा बैठक की, जिसमें उन्होंने कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) पर आधारित नवाचारों और गहरे-तकनीकी स्टार्टअप्स के लिए अधिक समर्थन की आवश्यकता पर जोर दिया। बैठक के दौरान, डॉ. सिंह ने भारत के लिए एक स्वदेशी AI ओपन स्टैक के विकास की आवश्यकता को रेखांकित किया, जिसे भारतीय शोधकर्ताओं की आवश्यकताओं के अनुसार विज्ञान और इंजीनियरिंग मॉडल के साथ एकीकृत किया जाएगा। उन्होंने इसे देश को वैश्विक नेतृत्व की ओर अग्रसर करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया।