बीजिंग, चीन (UNA) : — आज सुबह एशियाई बाजारों में अमेरिकी डॉलर में हल्की रिकवरी देखी गई, जो दो दिनों की गिरावट के बाद आई है। डॉलर की ताकत को मापने वाला एक प्रमुख सूचकांक 0.3% बढ़ा, जो व्यापार समझौतों को लेकर बढ़ी हुई अटकलों के बीच बाजार की धारणा में बदलाव को दर्शाता है।
डॉलर में रिकवरी के कारण
डॉलर में हालिया गिरावट अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा विदेशी निर्मित फिल्मों पर 100% टैरिफ लगाने की घोषणा और फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल के प्रति उनके असंतोष के कारण आई थी। हालांकि, ट्रंप ने पॉवेल को 2026 तक उनके पद पर बने रहने की पुष्टि की, जिससे डॉलर में स्थिरता आई। इसके अलावा, अमेरिकी-चीन व्यापार वार्ता में संभावित रियायतों की उम्मीदों ने भी डॉलर को सहारा दिया है। Reuters+2
एशियाई मुद्राओं में उतार-चढ़ाव
हालांकि डॉलर में हल्की रिकवरी हुई, लेकिन एशियाई मुद्राओं में उतार-चढ़ाव जारी है। ताइवानी डॉलर ने अमेरिकी डॉलर के मुकाबले तीन साल के उच्चतम स्तर को छुआ, जबकि हांगकांग ने अपनी मुद्रा की स्थिरता बनाए रखने के लिए 7.8 अरब डॉलर खरीदे। इससे संकेत मिलता है कि डॉलर की कमजोरी और एशियाई मुद्राओं की मजबूती वैश्विक व्यापार प्रतिस्पर्धा पर प्रभाव डाल सकती है।
निवेशकों की सतर्कता
हालांकि डॉलर में मामूली सुधार हुआ है, लेकिन निवेशकों की सतर्कता बनी हुई है। स्टॉक फ्यूचर्स में कमजोरी और केंद्रीय बैंकों की आगामी नीतिगत बैठकों के कारण जोखिम की भावना सीमित है। विश्लेषकों का मानना है कि डॉलर की आगामी दिशा अमेरिकी आर्थिक आंकड़ों और व्यापार वार्ता के परिणामों पर निर्भर करेगी।
कुल मिलाकर, डॉलर में आज की हल्की रिकवरी वैश्विक व्यापार और केंद्रीय बैंक की नीतियों के बीच संतुलन की ओर इशारा करती है। निवेशक आगामी आर्थिक आंकड़ों और व्यापार वार्ता के परिणामों का बारीकी से पालन करेंगे। - UNA