मुंबई, भारत – (UNA) :
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज, जो देश की प्रमुख वित्तीय सलाहकार कंपनियों में से एक है, ने 29 अप्रैल 2025 को अपना नवीनतम "एग्री पिक्स रिपोर्ट" जारी किया। इस रिपोर्ट में कृषि क्षेत्र से जुड़े निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण जानकारियाँ साझा की गई हैं, जिनमें कमोडिटी ट्रेंड्स, स्टॉक सिफारिशें और बाजार की मौजूदा स्थिति का विश्लेषण शामिल है। यह रिपोर्ट ऐसे समय आई है जब जलवायु परिवर्तन और वैश्विक आर्थिक अस्थिरता के कारण कृषि क्षेत्र में भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है।
रिपोर्ट में कृषि क्षेत्र को लेकर एक सावधानीपूर्वक आशावादी दृष्टिकोण प्रस्तुत किया गया है। जियोजीत के विश्लेषण के अनुसार, भारत और दक्षिण पूर्व एशिया जैसे प्रमुख उत्पादक क्षेत्रों में अनुकूल मौसम पूर्वानुमान के चलते चावल, गेहूं और सोयाबीन जैसी मुख्य फसलों की पैदावार में सुधार की संभावना जताई गई है। रिपोर्ट में एशिया-प्रशांत क्षेत्र में कृषि उत्पादन में 5-7% की संभावित वृद्धि का अनुमान लगाया गया है, जिसका श्रेय सरकारों द्वारा दी जा रही सब्सिडी और सटीक कृषि (Precision Agriculture) में हो रहे नवाचारों को दिया गया है।
स्टॉक सिफारिशें भी रिपोर्ट का एक प्रमुख हिस्सा हैं। जियोजीत ने कुछ विशेष कंपनियों पर "खरीदें" (Buy) की सिफारिश की है, जिनमें बायर क्रॉपसाइंस और महिंद्रा एग्री सॉल्यूशंस जैसी कंपनियाँ शामिल हैं। इन कंपनियों की मजबूती का कारण उनकी ईको-फ्रेंडली उत्पाद श्रृंखला और तेजी से बढ़ते निर्यात बाजार बताए गए हैं।
हालांकि, रिपोर्ट ने संभावित जोखिमों की भी ओर इशारा किया है — खासतौर पर भूराजनीतिक तनाव और जलवायु परिवर्तन के कारण आपूर्ति श्रृंखलाओं में बाधा उत्पन्न होने का खतरा। रिपोर्ट के अनुसार, यदि मानसून अनियमित रहे तो उत्पादन पर सीधा प्रभाव पड़ सकता है।
रिपोर्ट में एक जियोजीत प्रवक्ता के हवाले से कहा गया है,
"निवेशकों को अल्पकालिक उतार-चढ़ाव के बजाय दीर्घकालिक रुझानों पर ध्यान देना चाहिए।"
यह सलाह मौजूदा वैश्विक रुझानों के अनुरूप है, जहाँ हाल ही में कृषि आधारित वैश्विक सूचकांक में पिछले तिमाही में 3% की वृद्धि दर्ज की गई है, जैसा कि ब्लूमबर्ग के स्वतंत्र आंकड़ों से पता चलता है।
"एग्री पिक्स रिपोर्ट" जियोजीत की भारत के वित्तीय परिदृश्य में एक विश्वसनीय सलाहकार के रूप में भूमिका को और मजबूत करती है। भारत में कृषि आज भी करोड़ों लोगों की आजीविका का मुख्य साधन है और देश की जीडीपी में महत्वपूर्ण योगदान देती है। रिपोर्ट में वैश्विक बाजार डेटा को शामिल करते हुए खुदरा और संस्थागत निवेशकों को सतत विकास लक्ष्यों और नीतिगत परिवर्तनों से प्रभावित हो रहे कृषि बाजार में दिशा दिखाने का प्रयास किया गया है।
कुल मिलाकर, यह रिपोर्ट निवेशकों के लिए जानकारीपूर्ण निर्णय लेने पर बल देती है और बदलते कृषि परिदृश्य में भविष्य के लिए रणनीति तैयार करने में मदद कर सकती है। आने वाले महीनों में कृषि क्षेत्र में निवेश रणनीतियों को आकार देने में जियोजीत के ये विश्लेषण काफी अहम साबित हो सकते हैं। - UNA