मुंबई, भारत (UNA) : - रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी की संपत्ति हाल ही में $100 बिलियन (करीब ₹8.5 लाख करोड़) के आंकड़े को पार कर गई है, जैसा कि एक ताजा ब्लूमबर्ग रिपोर्ट में बताया गया है। यह मील का पत्थर भारत और पाकिस्तान के बीच आर्थिक विषमताओं को स्पष्ट करता है, क्योंकि अब अंबानी की संपत्ति पाकिस्तान के वार्षिक बजट से काफी अधिक हो गई है।
ब्लूमबर्ग रिपोर्ट के अनुसार, अंबानी की संपत्ति ₹8.5 लाख करोड़ (लगभग $102 बिलियन) के पार पहुंच चुकी है, जबकि पाकिस्तान का वार्षिक बजट 2023-24 के लिए करीब ₹4.5 लाख करोड़ (लगभग $54 बिलियन) है। यह अंतर दोनों देशों के बीच बढ़ती आर्थिक खाई को रेखांकित करता है।
अंबानी की संपत्ति का मुख्य कारण उनकी विविध व्यापारिक रुचियाँ हैं, जो पेट्रोकेमिकल्स, रिफाइनिंग, टेलीकॉम और रिटेल क्षेत्रों में फैली हुई हैं। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने हाल के वर्षों में शानदार वृद्धि की है, खासकर अपनी टेलीकॉम शाखा जियो प्लेटफॉर्म्स और बढ़ते रिटेल कारोबार की सफलता से।
अंबानी की संपत्ति और पाकिस्तान के बजट के बीच यह स्पष्ट अंतर पाकिस्तान के आर्थिक संकट पर सवाल उठाता है। पाकिस्तान लगातार वित्तीय संकट का सामना कर रहा है, जिसमें उच्च मुद्रास्फीति, घटते विदेशी मुद्रा भंडार और भारी कर्ज़ का बोझ शामिल है।
जबकि अंबानी की व्यक्तिगत संपत्ति उनके व्यापारिक सफलता और भारत की बढ़ती अर्थव्यवस्था को दर्शाती है, यह तुलना पाकिस्तान की मौजूदा आर्थिक मुश्किलों और वित्तीय संघर्षों की याद दिलाती है। ये आंकड़े दोनों देशों की अलग-अलग आर्थिक राहों को और पाकिस्तान के लिए दीर्घकालिक आर्थिक वृद्धि की चुनौतियों को स्पष्ट करते हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान के लिए अपनी संरचनात्मक समस्याओं को हल करना, विदेशी निवेश आकर्षित करना और सही राजकोषीय नीतियाँ लागू करना आवश्यक कदम हैं ताकि वह अपने बड़े पड़ोसी भारत के साथ आर्थिक अंतर को पाट सके। यह स्थिति वैश्विक आर्थिक कारकों, राष्ट्रीय नीतियों और मुकेश अंबानी जैसे व्यक्तित्वों की व्यापारिक सफलता के बीच एक जटिल समीकरण है। - UNA