"Dell का नया धमाका: भारत में लॉन्च किए AI-पावर्ड लैपटॉप, डेस्कटॉप और मॉनिटर्स की नई रेंज"09 Apr 25

"Dell का नया धमाका: भारत में लॉन्च किए AI-पावर्ड लैपटॉप, डेस्कटॉप और मॉनिटर्स की नई रेंज"

9 अप्रैल 2025 (UNA) : Dell ने भारत में अपनी नई AI-सक्षम लैपटॉप और डेस्कटॉप सीरीज़ लॉन्च कर दी है, जिसे Dell Pro और Dell Pro Max ब्रांडिंग के तहत पेश किया गया है। ये डिवाइसेज़ खासतौर पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बेस्ड टास्क, हाई-एंड वीडियो रेंडरिंग, AI मॉडलिंग, और डेली ऑफिस वर्क के लिए डिजाइन की गई हैं।

इस नई सीरीज़ में Dell ने Intel, AMD और Qualcomm जैसे टॉप चिपसेट ब्रांड्स के प्रोसेसर का इस्तेमाल किया है, जिससे यूज़र को तेज़, स्मार्ट और कुशल परफॉर्मेंस मिलने की गारंटी मिलती है। चाहे मल्टी-टास्किंग हो या हेवी वर्कलोड, यह लाइनअप हर जरूरत को बखूबी संभाल सकती है।


📦 कीमत और उपलब्धता:

Dell की यह नई रेंज अब भारत में ऑर्डर के लिए उपलब्ध है। फिलहाल शुरुआती कीमतें कुछ इस प्रकार हैं:

💻 लैपटॉप्स:

  • Dell Pro 14 (AMD वेरिएंट)₹74,849 से शुरू

बाकी वेरिएंट्स और डेस्कटॉप मॉडल्स की कीमतें भी जल्द सामने आ सकती हैं।


इस लॉन्च के साथ Dell ने यह साफ कर दिया है कि वह भारतीय मार्केट में AI-ड्रिवन प्रोडक्टिविटी और फ्यूचर-रेडी टेक्नोलॉजी के लिए पूरी तरह तैयार है। प्रोफेशनल्स, क्रिएटर्स और टेक-सेवी यूज़र्स के लिए यह एक शानदार विकल्प बन सकता है। - UNA

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गूगल को अमेरिकी अदालत ने ऑनलाइन विज्ञापन नियंत्रण में अपनी शक्ति का दुरुपयोग करने का दोषी ठहराया17 Apr 25

गूगल को अमेरिकी अदालत ने ऑनलाइन विज्ञापन नियंत्रण में अपनी शक्ति का दुरुपयोग करने का दोषी ठहराया

अमेरिकी अदालत ने गूगल को दोषी ठहराया है कि उसने अपनी शक्ति का गलत उपयोग करते हुए ऑनलाइन विज्ञापन बाजार पर एकाधिकार जमा लिया था। अदालत का कहना है कि गूगल ने अपने विज्ञापन टूल्स को इस तरह से संयोजित किया कि यह प्रकाशकों को दोनों टूल्स को एक साथ उपयोग करने के लिए मजबूर करता था। इसने अन्य कंपनियों के लिए विज्ञापन टेक्नोलॉजी (Ad Tech) बाजार में प्रतिस्पर्धा करना कठिन बना दिया, जिससे गूगल को एक अवैध लाभ मिला। इस फैसले से यह स्पष्ट हुआ है कि गूगल ने अपनी स्थिति का गलत इस्तेमाल करते हुए, यह तय किया कि कौन से विज्ञापन दिखाए जाएं और प्रकाशकों को कितना पैसा मिले। अदालत का यह निर्णय गूगल के विज्ञापन कारोबार पर एक बड़ा सवाल उठाता है, और अब यह देखा जाएगा कि इसके बाद गूगल पर क्या प्रभाव पड़ता है और क्या कंपनी को अपनी नीतियों में बदलाव करना पड़ेगा। इस मामले में अदालत का निर्णय भविष्य में विज्ञापन तकनीकी क्षेत्र में नियमों और प्रतिस्पर्धा के दृष्टिकोण से अहम साबित हो सकता है।