बीजिंग, चीन (UNA) : — चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के वरिष्ठ अधिकारी और पूर्व ईस्टर्न थिएटर कमांडर जनरल हे वेइडोंग की रहस्यमयी अनुपस्थिति को लेकर चिंता गहराती जा रही है। राष्ट्रपति शी जिनपिंग द्वारा शुरू किए गए व्यापक भ्रष्टाचार विरोधी अभियान के बीच जनरल हे कई हफ्तों से सार्वजनिक रूप से नजर नहीं आए हैं, जिससे उनके संभावित जांच के घेरे में आने को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं।
हालांकि चीनी सरकार ने इस मुद्दे पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, लेकिन जनरल हे की अनुपस्थिति ने न सिर्फ अफवाहों को हवा दी है बल्कि अंतरराष्ट्रीय ध्यान भी आकर्षित किया है। सेना में उनकी ऊंची हैसियत को देखते हुए उनका इस तरह गायब होना विशेष रूप से महत्वपूर्ण माना जा रहा है। बतौर ईस्टर्न थिएटर कमांडर, जनरल हे का मुख्य दायित्व ताइवान जलडमरूमध्य (Taiwan Strait) में सैन्य अभियानों और अभ्यासों की निगरानी करना था, जो मौजूदा समय में ताइवान के साथ बढ़ते तनाव के मद्देनजर और भी अहम भूमिका थी।
राष्ट्रपति शी जिनपिंग के नेतृत्व में तेज हुए भ्रष्टाचार विरोधी अभियान का मकसद सेना के भीतर गड़बड़ी को खत्म करना और निष्ठा सुनिश्चित करना है। हालिया महीनों में कई वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों को बर्खास्त किया गया है और उन पर जांच शुरू की गई है, जिससे इस अभियान की व्यापकता और गंभीरता का अंदाजा लगाया जा सकता है। इसी तरह जुलाई में पूर्व विदेश मंत्री किन गांग (Qin Gang) को भी बिना किसी स्पष्ट कारण के पद से हटा दिया गया था।
विशेषज्ञों का मानना है कि जनरल हे वेइडोंग की अनुपस्थिति इस व्यापक भ्रष्टाचार विरोधी मुहिम से जुड़ी हो सकती है। कुछ का कहना है कि वे भ्रष्टाचार या अन्य अनियमितताओं की जांच के घेरे में आ सकते हैं, जबकि अन्य विश्लेषक इसे PLA के भीतर वफादारी सुनिश्चित करने के लिए किए जा रहे बड़े स्तर के पुनर्गठन (reshuffle) का हिस्सा भी मान रहे हैं।
अमेरिका स्थित एक विश्वविद्यालय में चीनी सैन्य मामलों के प्रोफेसर डॉ. ली वेई ने कहा,
"इतने उच्च पदस्थ अधिकारी के अचानक गायब हो जाने पर पारदर्शिता की कमी वाकई चिंता का विषय है। यह चीनी राजनीति की अपारदर्शिता और भ्रष्टाचार विरोधी अभियानों की पहुंच को सत्ता के शीर्ष तक दिखाता है।"
जनरल हे वेइडोंग की गुमशुदगी, शीर्ष सैन्य अधिकारियों को आमतौर पर मिलने वाली सार्वजनिक उपस्थिति और मीडिया कवरेज के अभाव में और भी रहस्यमयी प्रतीत होती है। जब तक बीजिंग इस मुद्दे पर कोई आधिकारिक स्पष्टीकरण नहीं देता, तब तक उनकी अनुपस्थिति से जुड़े सवाल और अटकलें बनी रहेंगी और यह चीनी सेना की आंतरिक स्थिरता तथा राजनीतिक समीकरणों पर चिंता बढ़ाते रहेंगे।
अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षक इस घटनाक्रम पर बारीकी से नजर बनाए हुए हैं, ताकि यह समझा जा सके कि इसका क्षेत्रीय सुरक्षा और चीन की सैन्य रणनीति पर क्या प्रभाव पड़ सकता है। - UNA