नई दिल्ली, (UNA) : –प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 128 वर्षीय योग गुरु और पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित स्वामी शिवानंद बाबा के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया। स्वामी शिवानंद बाबा का निधन शनिवार रात वाराणसी में स्वास्थ्य संबंधी जटिलताओं के कारण हुआ।
स्वामी शिवानंद बाबा का जन्म 8 अगस्त 1896 को ब्रिटिश भारत के सिलहट जिले (वर्तमान बांग्लादेश) में हुआ था। मात्र छह वर्ष की आयु में अपने माता-पिता को खोने के बाद, उन्हें उनके आध्यात्मिक गुरु श्री ओंकारानंद द्वारा पालन-पोषण किया गया। उन्होंने औपचारिक शिक्षा के बिना ही योग और साधना में गहरी रुचि विकसित की।
स्वामी शिवानंद बाबा ने अपनी जीवनशैली को अत्यंत साधारण रखा, जिसमें प्रातः 3 बजे उठना, योगाभ्यास करना, उबला हुआ भोजन करना और चटाई पर सोना शामिल था। वे पिछले 100 वर्षों से प्रत्येक कुम्भ मेला में भाग लेते रहे हैं और 2019 में बेंगलुरु में 'योग रत्न' पुरस्कार से सम्मानित हुए थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने शोक संदेश में कहा, "स्वामी शिवानंद बाबा जी का निधन अत्यंत दुखद है। उनका जीवन योग और साधना के प्रति समर्पण आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत रहेगा। उन्हें योग के माध्यम से समाज की सेवा के लिए पद्मश्री से सम्मानित किया गया था। उनका शैवलोक में जाना काशीवासियों और उनके अनुयायियों के लिए अपूरणीय क्षति है। मैं इस दुख की घड़ी में उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ।"
स्वामी शिवानंद बाबा के निधन से देश ने एक महान योग गुरु और समाजसेवी को खो दिया है, जिनका जीवन साधना, सेवा और अनुशासन का प्रतीक था। उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। - UNA