नई दिल्ली, (UNA) : — प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सुबह अपने आवास पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की, जिसमें देश की सुरक्षा स्थिति और सरकार की प्रतिक्रिया रणनीति पर चर्चा की गई। यह बैठक 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद की गई, जिसमें 26 निर्दोष नागरिकों की जान गई थी।
सूत्रों के अनुसार, बैठक में प्रधानमंत्री ने सशस्त्र बलों को "पूर्ण परिचालन स्वतंत्रता" प्रदान की, जिससे वे हमले के जवाब में कार्रवाई के तरीके, लक्ष्य और समय का निर्धारण स्वयं कर सकें।
इस बैठक के एक दिन पहले प्रधानमंत्री मोदी ने रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह से मुलाकात की थी, जिसमें उन्होंने देश की सैन्य तैयारियों की जानकारी ली थी। mint
सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ कठोर कदम उठाने का संकेत दिया है, जिसमें पाकिस्तान के साथ सिंधु जल संधि को निलंबित करना, पाकिस्तानी नागरिकों के लिए वीजा सेवाओं को रद्द करना और दोनों देशों के बीच प्रमुख सीमा पार मार्गों को बंद करना शामिल है।
इस बीच, गृह मंत्रालय ने 7 मई को "ऑपरेशन अभ्यास" नामक एक राष्ट्रव्यापी नागरिक सुरक्षा मॉक ड्रिल की घोषणा की है, जो 244 जिलों में आयोजित की जाएगी। इस अभ्यास का उद्देश्य नागरिकों को संभावित आपात स्थितियों के लिए तैयार करना है।
सरकार की इन कार्रवाइयों से स्पष्ट है कि वह राष्ट्रीय सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है और आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कदम उठाने के लिए प्रतिबद्ध है। - UNA