18 अप्रैल 2025 (UNA) : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल के बीच लंबे समय से चल रहा मतभेद अब और गहराता नजर आ रहा है। इस हफ्ते ट्रंप ने सार्वजनिक रूप से यह संकेत दिया कि वे ब्याज दरों पर लिए गए फैसलों को लेकर पॉवेल को पद से हटाने पर विचार कर रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार, ट्रंप अपने सलाहकारों से लगातार यह पूछ रहे हैं कि क्या फेड चेयरमैन को हटाना संभव है। ट्रंप के करीबी लोगों का कहना है कि पॉवेल का हाल ही में दिया गया एक भाषण, जिसमें उन्होंने फेड की सतर्क ब्याज दर नीति को सही ठहराया था, ट्रंप समर्थकों को नागवार गुजरा। खासतौर पर तब जब अमेरिका की ट्रेड वॉर नीति ने पहले से ही बाजार को अस्थिर कर रखा है।
हालांकि ट्रंप ने अब तक साफ-साफ यह नहीं कहा है कि वे पॉवेल को हटाएंगे, लेकिन वाशिंगटन की राजनीति में किसी अधिकारी के भविष्य पर सवाल उठाना आम तौर पर इस बात का संकेत माना जाता है कि उनकी कुर्सी खतरे में है। लेकिन अगर ट्रंप वास्तव में फेड चेयर को हटाने का फैसला लेते हैं, तो इसका असर सिर्फ अमेरिकी प्रशासन पर नहीं, बल्कि वैश्विक अर्थव्यवस्था पर भी भारी पड़ेगा।
फेड चेयरमैन को हटाने जैसा कदम अमेरिकी इतिहास में एक बड़ी असामान्य घटना होगी, और ऐसे समय में जब ट्रंप की नीतियों के कारण व्यापारिक माहौल पहले ही अनिश्चितता से घिरा हुआ है, ये फैसला पूरी आर्थिक व्यवस्था में उथल-पुथल मचा सकता है।
गुरुवार को व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बातचीत करते हुए ट्रंप ने कहा, “अगर मैंने उनसे कह दिया, तो वो चले जाएंगे। मैं उनसे खुश नहीं हूं। मैंने उन्हें यह बात बता दी है।”
ट्रंप पहले भी कई बार पॉवेल की आलोचना कर चुके हैं, खासकर तब जब उन्होंने ब्याज दरों को बढ़ाने के फैसले लिए। ट्रंप का मानना है कि ऊंची ब्याज दरें अमेरिकी अर्थव्यवस्था की रफ्तार को धीमा कर देती हैं, जो उनके राष्ट्रपति कार्यकाल की आर्थिक सफलता को प्रभावित कर सकती हैं।
अब देखना यह है कि ट्रंप इस विचार को सिर्फ बातचीत तक सीमित रखते हैं या वाकई में पॉवेल को हटाने के लिए कोई बड़ा कदम उठाते हैं। लेकिन जो भी हो, इस मसले पर दुनिया भर की नजरें टिकी हुई हैं। - UNA