18 अप्रैल 2025 (UNA) : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) इस महीने के अंत तक अपने नए राष्ट्रीय अध्यक्ष की घोषणा कर सकती है।एक रिपोर्ट के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 22-23 अप्रैल को होने वाले सऊदी अरब दौरे से लौटने के बाद इस प्रक्रिया की शुरुआत होने की संभावना है।
संभावित कैबिनेट विस्तार भी चर्चा में
भाजपा के नए अध्यक्ष की नियुक्ति के साथ-साथ केंद्रीय मंत्रिमंडल में फेरबदल या विस्तार की भी संभावना जताई जा रही है। इसका कारण यह है कि अध्यक्ष पद के प्रमुख दावेदारों में कई केंद्रीय मंत्री भी शामिल हैं। ऐसे में अगर उनमें से किसी को अध्यक्ष बनाया गया, तो उनके मंत्रालय की जिम्मेदारी किसी और को सौंपी जा सकती है।
गठबंधन सहयोगियों को भी मिल सकता है मौका
अगर कैबिनेट विस्तार होता है, तो इसमें भाजपा के प्रमुख सहयोगी दलों — जैसे अजीत पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी, एकनाथ शिंदे की शिवसेना और बिहार के अन्य सहयोगियों — के नेताओं को भी मंत्रिपरिषद में स्थान मिल सकता है। एनसीपी और शिवसेना पहले ही केंद्र सरकार में पूर्ण कैबिनेट पद की मांग कर चुके हैं, खासकर महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में एनडीए की बड़ी जीत के बाद।
अध्यक्ष पद के दावेदार
भाजपा अध्यक्ष पद के लिए जिन नामों की सबसे अधिक चर्चा हो रही है, उनमें केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर, धर्मेंद्र प्रधान और भूपेंद्र यादव शामिल हैं। पार्टी नेतृत्व का मानना है कि नए अध्यक्ष की नियुक्ति 2024 के बाद पार्टी के अगले चरण की रणनीति तय करने में अहम भूमिका निभाएगी।
भाजपा के भीतर और बाहर इस फैसले पर सबकी निगाहें टिकी हैं, क्योंकि यह ना केवल संगठनात्मक दिशा तय करेगा, बल्कि आगामी लोकसभा और राज्य विधानसभा चुनावों के लिए राजनीतिक समीकरणों को भी प्रभावित कर सकता है। - UNA