वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मिलान में ADB वार्षिक बैठक में लेंगी भाग, एशिया-प्रशांत क्षेत्र के विकास पर होगी चर्चा05 May 25

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मिलान में ADB वार्षिक बैठक में लेंगी भाग, एशिया-प्रशांत क्षेत्र के विकास पर होगी चर्चा

नई दिल्ली, (UNA) : — भारत की वित्त एवं कॉरपोरेट कार्य मंत्री निर्मला सीतारमण एशियाई विकास बैंक (ADB) की वार्षिक बैठक में भाग लेने के लिए मिलान, इटली पहुंच चुकी हैं। यह बैठक 4 मई से 7 मई 2025 तक आयोजित की जा रही है, जहां एशिया-प्रशांत क्षेत्र से जुड़े आर्थिक और विकास संबंधी महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।

इस दौरे के दौरान, श्रीमती सीतारमण आर्थिक वृद्धि, सतत विकास और क्षेत्रीय सहयोग जैसे विषयों पर होने वाले प्रमुख विमर्शों में हिस्सा लेंगी। इसके साथ ही वे इटली, जापान और भूटान के अपने समकक्ष मंत्रियों से द्विपक्षीय मुलाकातें भी करेंगी, जिनका उद्देश्य मजबूत आर्थिक संबंधों को बढ़ावा देना और नए सहयोग के रास्ते तलाशना है।

सरकारी स्तर की इन बैठकों के अलावा, वित्त मंत्री कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रमुखों, वैश्विक थिंक टैंक्स, उद्योगपतियों और CEO से भी मुलाकात करेंगी। इन चर्चाओं का मकसद भारत में निवेश को प्रोत्साहित करना, देश की आर्थिक प्राथमिकताओं को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करना और वैश्विक आर्थिक रुझानों को समझना है।

श्रीमती सीतारमण मिलान की प्रतिष्ठित बोकोनी यूनिवर्सिटी (Bocconi University) में एक प्लेनरी सत्र को भी संबोधित करेंगी। इस सत्र का विषय है "आर्थिक और जलवायु लचीलापन में संतुलन" (Balancing Economic and Climate Resilience)। अपने संबोधन में वे भारत की उन रणनीतियों पर प्रकाश डालेंगी, जिनके ज़रिए देश टिकाऊ आर्थिक विकास और जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को संतुलित करने का प्रयास कर रहा है।

इसके अलावा, वित्त मंत्री मिलान में बसे भारतीय प्रवासी समुदाय से भी संवाद करेंगी। यह मुलाकात न केवल आपसी जुड़ाव को बढ़ाएगी, बल्कि प्रवासी भारतीयों को भारत की नवीनतम आर्थिक उपलब्धियों और नीतियों से अवगत भी कराएगी। इस बातचीत में प्रवासी भारतीयों की भारत की विकास यात्रा में भागीदारी बढ़ाने पर विशेष जोर रहेगा।

यह दौरा भारत की बहुपक्षीय सहयोग के प्रति प्रतिबद्धता और एशिया-प्रशांत क्षेत्र की आर्थिक दिशा तय करने में उसकी सक्रिय भूमिका को रेखांकित करता है। इस यात्रा के दौरान होने वाली चर्चाएं और बैठकें न केवल भारत के आर्थिक सहयोग को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगी, बल्कि टिकाऊ विकास के वैश्विक लक्ष्यों की दिशा में भी योगदान देंगी। - UNA

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"ऑपरेशन सिंदूर: प्रधानमंत्री मोदी ने पाकिस्तान को दी कड़ी चेतावनी, अर्थव्यवस्था पर पड़ा गहरा असर"07 May 25

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज एक अप्रत्याशित संबोधन में "ऑपरेशन सिंदूर" का उल्लेख किया, जो पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पर गहरे प्रभाव डालने वाला एक रणनीतिक कदम था। उन्होंने कहा, "कभी-कभी सबसे छोटी चीजें सबसे बड़े परिणाम देती हैं। ऑपरेशन सिंदूर ने यह दिखाया कि कैसे एक 'सिंदूर की एक बूँद' – एक छोटी, प्रतीत होने वाली तुच्छ चीज – जब रणनीतिक रूप से संबोधित की जाती है, तो कमजोरियों को उजागर कर सकती है और बड़े आर्थिक परिणाम उत्पन्न कर सकती है।" विशेषज्ञों के अनुसार, इस ऑपरेशन के परिणामस्वरूप भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 42 पैसे गिरकर 84.77 पर पहुँच गया, जो एक महीने में सबसे बड़ी गिरावट है। प्रधानमंत्री मोदी ने इस संबोधन में यह भी स्पष्ट किया कि भारत की आतंकवाद के प्रति "शून्य सहनशीलता" नीति जारी रहेगी और किसी भी प्रकार के आतंकवादी हमलों का कड़ा जवाब दिया जाएगा। इस संबोधन के माध्यम से प्रधानमंत्री मोदी ने पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश दिया कि भारत किसी भी प्रकार के आतंकवादी हमलों को बर्दाश्त नहीं करेगा और ऐसे हमलों का कड़ा जवाब दिया जाएगा।