ग्रामीण विकास की नई दिशा: क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों की भूमिका पर DFS सचिव का ज़ोर06 May 25

ग्रामीण विकास की नई दिशा: क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों की भूमिका पर DFS सचिव का ज़ोर

नई दिल्ली, (UNA) : – वित्तीय सेवा विभाग (DFS) के सचिव श्री एम. नागराजु ने मुंबई में क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (RRBs) की प्रदर्शन समीक्षा और उनके एकीकरण योजनाओं की प्रगति का मूल्यांकन किया। इस बैठक में नाबार्ड के अध्यक्ष, रिजर्व बैंक, SIDBI, प्रायोजक बैंकों और सभी RRBs के अध्यक्षों ने भाग लिया।

बैठक में 'एक राज्य, एक RRB' नीति के तहत चल रहे एकीकरण प्रयासों पर चर्चा हुई। श्री नागराजु ने प्रायोजक बैंकों से आग्रह किया कि वे RRBs को एकीकरण प्रक्रिया में मार्गदर्शन प्रदान करें और दीर्घकालिक स्थिरता के लिए समान अवसर सुनिश्चित करें। उन्होंने तकनीकी उन्नयन और मानव संसाधन से संबंधित मुद्दों को समयबद्ध तरीके से संबोधित करने पर भी जोर दिया।

वित्तीय वर्ष 2024-25 में RRBs ने ₹7,148 करोड़ का संयुक्त शुद्ध लाभ दर्ज किया है, जो एक दशक में सबसे कम 5.3% के सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्तियों (GNPA) के साथ है। देश भर में RRBs की 22,000 से अधिक शाखाएं हैं, जिनमें से 92% ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में स्थित हैं। thepublicworld.com

श्री नागराजु ने RRBs से कृषि, MSME और सरकारी योजनाओं के तहत ऋण वितरण बढ़ाने का आग्रह किया, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाया जा सके। उन्होंने प्रायोजक बैंकों और RRBs से अगले पांच वर्षों के लिए एक रोडमैप तैयार करने का भी सुझाव दिया।

यह समीक्षा बैठक ग्रामीण वित्तीय ढांचे को मजबूत करने और RRBs को ग्रामीण भारत के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। - UNA

Related news

"ऑपरेशन सिंदूर: प्रधानमंत्री मोदी ने पाकिस्तान को दी कड़ी चेतावनी, अर्थव्यवस्था पर पड़ा गहरा असर"07 May 25

"ऑपरेशन सिंदूर: प्रधानमंत्री मोदी ने पाकिस्तान को दी कड़ी चेतावनी, अर्थव्यवस्था पर पड़ा गहरा असर"

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज एक अप्रत्याशित संबोधन में "ऑपरेशन सिंदूर" का उल्लेख किया, जो पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पर गहरे प्रभाव डालने वाला एक रणनीतिक कदम था। उन्होंने कहा, "कभी-कभी सबसे छोटी चीजें सबसे बड़े परिणाम देती हैं। ऑपरेशन सिंदूर ने यह दिखाया कि कैसे एक 'सिंदूर की एक बूँद' – एक छोटी, प्रतीत होने वाली तुच्छ चीज – जब रणनीतिक रूप से संबोधित की जाती है, तो कमजोरियों को उजागर कर सकती है और बड़े आर्थिक परिणाम उत्पन्न कर सकती है।" विशेषज्ञों के अनुसार, इस ऑपरेशन के परिणामस्वरूप भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 42 पैसे गिरकर 84.77 पर पहुँच गया, जो एक महीने में सबसे बड़ी गिरावट है। प्रधानमंत्री मोदी ने इस संबोधन में यह भी स्पष्ट किया कि भारत की आतंकवाद के प्रति "शून्य सहनशीलता" नीति जारी रहेगी और किसी भी प्रकार के आतंकवादी हमलों का कड़ा जवाब दिया जाएगा। इस संबोधन के माध्यम से प्रधानमंत्री मोदी ने पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश दिया कि भारत किसी भी प्रकार के आतंकवादी हमलों को बर्दाश्त नहीं करेगा और ऐसे हमलों का कड़ा जवाब दिया जाएगा।