नई दिल्ली, (UNA) : – भारत ने "ऑपरेशन सिंदूर" के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान-नियंत्रित कश्मीर (PoK) में स्थित आतंकवादी शिविरों पर सटीक हमले किए हैं। यह कार्रवाई 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 26 भारतीय पर्यटकों की हत्या के प्रतिशोध में की गई।
ऑपरेशन सिंदूर: हमले की विशेषताएँ
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लक्ष्य: लश्कर-ए-तैयबा (LeT) और जैश-ए-मोहम्मद (JeM) जैसे आतंकवादी संगठनों के प्रशिक्षण शिविर, मुख्यालय और लॉन्चपैड्स।
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स्थल: बहावलपुर, मुरिदके, सियालकोट, भिंबर, कोटली, मुज़फ्फराबाद सहित नौ स्थान।
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संचालन का समय: रात 1:08 बजे से शुरू होकर 25 मिनट में पूरा हुआ।
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उपकरण: राफेल लड़ाकू विमान, SCALP और AASM हैमर मिसाइलों का उपयोग।
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विनाश: 80 से अधिक आतंकवादी मारे गए, और सभी भारतीय पायलट सुरक्षित रहे।
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया
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आरोप: पाकिस्तान ने हमलों को "युद्ध का कृत्य" करार दिया और दावा किया कि भारतीय विमानों को मार गिराया गया।
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नागरिक हताहत: 26 नागरिकों की मौत और 46 घायल होने की सूचना दी गई, जिसमें महिलाएँ और बच्चे शामिल हैं।
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सीमा पर संघर्ष: पाकिस्तान ने पुंछ और राजौरी क्षेत्रों में भारी गोलाबारी की, जिससे 15 भारतीय नागरिकों की मौत और 40 से अधिक घायल हुए।
भारत की स्थिति
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संरक्षणात्मक कार्रवाई: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, "हमने केवल उन्हीं को निशाना बनाया जिन्होंने हमारे निर्दोष नागरिकों की हत्या की।"
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सैन्य नेतृत्व: भारतीय सेना ने सुनिश्चित किया कि हमले सटीक और नागरिकों को नुकसान पहुँचाए बिना किए गए।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
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संयुक्त राष्ट्र: महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की।
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संयुक्त राज्य अमेरिका: अमेरिकी अधिकारियों ने तनाव कम करने की आवश्यकता पर बल दिया।
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रूस: रूस ने भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते सैन्य तनाव पर गहरी चिंता व्यक्त की।
ऑपरेशन सिंदूर ने भारत की आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति को स्पष्ट रूप से प्रदर्शित किया है। हालांकि पाकिस्तान की प्रतिक्रिया और सीमा पर जारी संघर्ष स्थिति को और जटिल बना रहे हैं, अंतरराष्ट्रीय समुदाय से संयम और संवाद की अपील की जा रही है। - UNA