"प्रकाश मागदुम ने संभाला राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम (NFDC) के प्रबंध निदेशक का पद"06 May 25

"प्रकाश मागदुम ने संभाला राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम (NFDC) के प्रबंध निदेशक का पद"

मुंबई, (UNA) : – श्री प्रकाश माघम ने राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम (NFDC) के प्रबंध निदेशक (MD) के रूप में पदभार ग्रहण किया है। यह नियुक्ति भारतीय सिनेमा को बढ़ावा देने और स्वतंत्र फिल्म निर्माताओं को समर्थन देने में NFDC की भूमिका को और सशक्त बनाएगी।

श्री माघम ने अपने करियर की शुरुआत फिल्म निर्माण, वितरण और कंटेंट क्रिएशन जैसे क्षेत्रों में की है। उनकी विशेषज्ञता और अनुभव NFDC को भारतीय फिल्म उद्योग के विकास में और भी प्रभावी बनाने में सहायक होंगे।

NFDC, सूचना और प्रसारण मंत्रालय के तहत एक सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम है, जो भारतीय फिल्म उद्योग के समग्र और प्रभावी विकास के लिए योजनाएं बनाता है, फिल्में वित्तपोषित करता है, उनका निर्माण करता है, और भारतीय सिनेमा को अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सवों में प्रस्तुत करता है।

नए प्रबंध निदेशक के रूप में पदभार ग्रहण करते हुए, श्री माघम ने NFDC के उद्देश्यों को और मजबूत करने और भारतीय सिनेमा की गुणवत्ता और वैश्विक दृश्यता को बढ़ाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की। उन्होंने कहा, "मैं एक ऐसे संगठन का नेतृत्व करने के लिए सम्मानित महसूस करता हूँ, जिसका भारतीय फिल्म उद्योग के विकास में महत्वपूर्ण योगदान है। मैं NFDC की टीम, फिल्म निर्माताओं और उद्योग के अन्य हितधारकों के साथ मिलकर काम करने के लिए तत्पर हूँ।"

विश्लेषकों का मानना है कि श्री माघम का अनुभव और दृष्टिकोण NFDC के लिए मूल्यवान संपत्ति साबित होंगे, खासकर डिजिटल प्लेटफॉर्मों के बढ़ते प्रभाव और गुणवत्ता वाले कंटेंट की बढ़ती मांग के संदर्भ में। NFDC का ध्यान विविध आवाजों को समर्थन देने और भारतीय कहानियों को घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दर्शकों तक पहुँचाने पर रहेगा।

आने वाले हफ्तों में, श्री माघम के नेतृत्व में NFDC की रणनीतिक दिशा के बारे में और घोषणाएं की जा सकती हैं। - UNA

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महेश भट्ट की चेतावनी: अमेरिकी 100% फिल्म शुल्क से तेलुगू सिनेमा को होगा बड़ा नुकसान06 May 25

महेश भट्ट की चेतावनी: अमेरिकी 100% फिल्म शुल्क से तेलुगू सिनेमा को होगा बड़ा नुकसान

भारत के दिग्गज फिल्म निर्माता महेश भट्ट ने हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा विदेशी निर्मित फिल्मों पर 100% शुल्क लगाने के फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। भट्ट के अनुसार, यह कदम भारतीय फिल्म उद्योग, विशेष रूप से तेलुगू सिनेमा के लिए गंभीर परिणाम ला सकता है। महेश भट्ट ने एएनआई से बातचीत में कहा, "जब 100% शुल्क का जिक्र हो रहा था तो हमें लगा था कि हम सुरक्षित रहेंगे, लेकिन अब यह स्पष्ट हो गया है कि यह कदम हमारे लिए भी चुनौतीपूर्ण होगा।" उन्होंने कहा कि तेलुगू फिल्मों की अमेरिकी बाजार में खपत अधिक है, और इस शुल्क के कारण वितरण लागत दोगुनी हो जाएगी, जिससे फिल्में कम संख्या में वहां पहुंच पाएंगी। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि यदि एक वितरक पहले ₹100 में फिल्म खरीदता था, तो अब उसे ₹200 चुकाने होंगे। इससे फिल्म की पहुंच और प्रदर्शन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।