झारखंड मौसम विभाग ने 16 जिलों में बारिश और आकाशीय बिजली का अलर्ट जारी किया29 Apr 25

झारखंड मौसम विभाग ने 16 जिलों में बारिश और आकाशीय बिजली का अलर्ट जारी किया

रांची, झारखंड (UNA) : झारखंड मौसम विभाग ने राज्य के 16 जिलों के लिए बारिश का अलर्ट जारी किया है, जिसमें हल्की से मध्यम बारिश के साथ आकाशीय बिजली और तूफान का भी अनुमान है। यह अलर्ट तब जारी किया गया है, जब राज्य के कई हिस्सों में मौसम में उतार-चढ़ाव जारी है।जिन जिलों में यह बारिश अलर्ट जारी किया गया है, उनमें शामिल हैं:रांची, बोकारो, धनबाद, जमशेदपुर, आदि। इन क्षेत्रों के निवासियों को विशेष रूप से तूफान के दौरान आवश्यक एहतियात बरतने की सलाह दी गई है, और बाहर के कामों से बचने की चेतावनी दी गई है। मौसम विभाग ने खासतौर पर आकाशीय बिजली के दौरान पेड़ों या बिजली के खंभों के नीचे शरण लेने से मना किया है।मौसम विभाग के एक प्रेस बयान में कहा गया, "नागरिकों से निवेदन है कि वे आकाशीय बिजली और तूफान के दौरान घर के अंदर रहें। धातु की वस्तुओं से संपर्क करने से बचें और जलाशयों से दूर रहें।" 

मौसम विभाग स्थिति की निरंतर निगरानी कर रहा है और जैसे-जैसे मौसम में बदलाव होगा, अपडेट जारी करता रहेगा। नागरिकों को सलाह दी गई है कि वे मौसम विभाग के आधिकारिक चैनलों से ताजा मौसम पूर्वानुमान और सलाहकारियों के बारे में जानकारी प्राप्त करते रहें।

गंभीर बारिश और उच्च तापमान दोनों के संभावित प्रभाव से स्थानीय अधिकारियों के लिए एक चुनौती खड़ी हो गई है। प्रभावित जिलों में आपदा प्रबंधन टीमें किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं।

निवासियों को मौसम संबंधित घटनाओं की सूचना स्थानीय अधिकारियों को देने और जरूरतमंदों की सहायता करने की सलाह दी गई है। मिलकर काम करना और तैयार रहना, इन मौसम घटनाओं के प्रभाव को कम करने में महत्वपूर्ण होगा। - UNA

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भारत में गर्मी ने दस्तक दे दी है, और भारतीय मौसम विभाग (IMD) की ताज़ा चेतावनी के अनुसार मई महीने में देश के कई हिस्सों में सामान्य से अधिक तापमान और लू की स्थिति देखने को मिल सकती है। मौसम विभाग के मुताबिक, इस बार तापमान औसतन 2 से 4 डिग्री सेल्सियस तक अधिक रहने की संभावना है, जिससे जनस्वास्थ्य और कृषि दोनों पर गंभीर असर पड़ सकता है। आईएमडी की बुलेटिन के अनुसार, उत्तर-पश्चिम, मध्य और पूर्वी भारत सबसे अधिक जोखिम में हैं। राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में 40 से 45 डिग्री सेल्सियस तक तापमान लगातार दो या उससे अधिक दिनों तक रहने की संभावना है — जिसे तकनीकी रूप से "हीटवेव" की श्रेणी में रखा जाता है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस चरम मौसम की प्रमुख वजह एल नीनो प्रभाव और जलवायु परिवर्तन है, जो हाल के वर्षों में मौसम की अनिश्चितता और तीव्रता को बढ़ा रहा है।