
भारत सरकार की 2027 में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में हिस्सेदारी बिक्री की योजना: OFS के माध्यम से रणनीतिक बदलाव
भारत सरकार 2027 के वित्तीय वर्ष से सार्वजनिक क्षेत्र के पांच प्रमुख बैंकों में अपनी हिस्सेदारी कम करने की योजना बना रही है। यह कदम रणनीतिक बिक्री से हटकर 'ऑफर फॉर सेल' (OFS) के माध्यम से हिस्सेदारी बिक्री की दिशा में एक महत्वपूर्ण बदलाव को दर्शाता है। इस पहल का उद्देश्य सरकार की हिस्सेदारी को 75% से नीचे लाना है, जैसा कि भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) के सार्वजनिक शेयरधारिता मानदंडों के तहत आवश्यक है।सरकार की यह पहल सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में हिस्सेदारी बिक्री के लिए एक नई दिशा को दर्शाती है। OFS के माध्यम से हिस्सेदारी बिक्री से न केवल सरकार की हिस्सेदारी कम होगी, बल्कि बैंकों की पूंजी संरचना में भी सुधार होगा, जिससे वे अधिक प्रतिस्पर्धी बन सकेंगे। यह कदम भारतीय बैंकिंग क्षेत्र में सुधार और विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
06 May 25
"अमेरिकी डॉलर में उछाल: दो दिनों की गिरावट के बाद हुआ सुधार"
आज सुबह एशियाई व्यापार में अमेरिकी डॉलर ने दो दिनों की गिरावट के बाद वापसी की और कुछ हद तक अपनी हानियों को सुधार लिया। डॉलर की ताकत का एक प्रमुख सूचकांक 0.3% बढ़ा, जो संभावित व्यापार समझौतों को लेकर हाल ही में चल रही अटकलों के बाद बाजार के दृष्टिकोण में बदलाव को दर्शाता है। पिछली गिरावट को संभावित व्यापार सौदों के आसपास बढ़ी हुई उम्मीदों के कारण देखा गया था, जिससे अन्य मुद्राओं में सक्रियता आई थी। हालांकि, वर्तमान स्थिरीकरण यह संकेत देता है कि इन संभावनाओं का पुनर्मूल्यांकन हो रहा है और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं के बीच डॉलर की सुरक्षा की ओर वापसी हो रही है।
06 May 25
"भारतीय शेयर बाजार में सुस्त शुरुआत: वैश्विक अस्थिरता और भू-राजनीतिक तनावों का प्रभाव"
आज, 6 मई 2025 को भारतीय शेयर बाजार में सुस्त शुरुआत देखने को मिली, जहां प्रमुख सूचकांकों Nifty और Sensex सपाट नोट पर खुले। इसका मुख्य कारण वैश्विक अस्थिरता और बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव हैं, जो निवेशकों के मनोबल को प्रभावित कर रहे हैं। वैश्विक संकेत: अमेरिकी बाजार: अमेरिकी बाजारों में मिश्रित रुझान देखने को मिला। Dow Jones Industrial Average में 0.2% की गिरावट आई, जबकि S&P 500 में 0.1% की कमी आई। एशियाई बाजार: एशिया में भी बाजार सुस्त रहे। Nikkei 225 सपाट रहा, जबकि Shanghai Composite में हल्की गिरावट आई।
06 May 25
"OpenAI ने पुनः गैर-लाभकारी नियंत्रण अपनाया: Sam Altman का निर्णय और इसके प्रभाव"
OpenAI ने हाल ही में घोषणा की कि वह अपनी मूल गैर-लाभकारी संरचना को बनाए रखेगा, जिससे कंपनी के संचालन में सार्वजनिक भलाई की प्राथमिकता बनी रहेगी। यह निर्णय CEO Sam Altman और बोर्ड चेयर Bret Taylor ने किया, जिन्होंने कर्मचारियों को सूचित किया कि उन्होंने कैलिफोर्निया और डेलावेयर के अटॉर्नी जनरल के साथ विचार-विमर्श के बाद यह कदम उठाया है । इससे पहले, OpenAI ने अपनी लाभकारी शाखा को स्वतंत्र रूप से संचालित करने की योजना बनाई थी, ताकि पूंजी जुटाने में आसानी हो। हालांकि, इस प्रस्ताव का विरोध Elon Musk सहित कई पूर्व कर्मचारियों और नागरिक नेताओं ने किया, जिन्होंने कंपनी पर अपने मूल मिशन से भटकने का आरोप लगाया। इस दबाव के कारण, OpenAI ने अपनी योजना में बदलाव करते हुए अपनी लाभकारी शाखा को एक सार्वजनिक लाभ निगम (PBC) में परिवर्तित करने का निर्णय लिया है, जिससे वह निवेशकों से पूंजी जुटा सकेगा, जबकि गैर-लाभकारी बोर्ड की निगरानी बनी रहेगी ।
06 May 25
भारत में पहली बार मॉर्गेज-समर्थित पास-थ्रू सर्टिफिकेट्स (PTCs) की NSE पर सूचीबद्धता: आवास वित्त क्षेत्र में ऐतिहासिक कदम
भारत ने अपने आवास वित्त और ऋण बाजारों में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है, जब देश के पहले मॉर्गेज-समर्थित पास-थ्रू सर्टिफिकेट्स (PTCs) को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर सूचीबद्ध किया गया। इस पहल से आवास वित्त क्षेत्र में तरलता बढ़ेगी और निवेश के नए अवसर खुलेंगे। ये PTCs, RMBS डेवलपमेंट कंपनी लिमिटेड द्वारा संरचित किए गए हैं और LIC हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड द्वारा उत्पन्न हाउसिंग लोन के पूल द्वारा समर्थित हैं। ₹1,000 करोड़ के इस इश्यू में 1,00,000 PTCs शामिल हैं, जिनकी प्रत्येक की फेस वैल्यू ₹1,00,000 है। इस पेशकश को पूरी तरह से सब्सक्राइब किया गया, जो निवेशकों की मजबूत रुचि को दर्शाता है। यह भारत में अपनी तरह का पहला इश्यू है, जिसमें कूपन दर की खोज NSE के इलेक्ट्रॉनिक बुक प्रोवाइडर (EBP) प्लेटफॉर्म के माध्यम से की गई। अंतिम कूपन दर 7.26% प्रति वर्ष निर्धारित की गई, और इन उपकरणों की अवधि लगभग 20 वर्ष है। CRISIL और CARE रेटिंग्स द्वारा AAA(SO) रेटिंग प्राप्त करने वाले ये PTCs डिमैट फॉर्म में जारी किए गए हैं, जिससे इन्हें सेकेंडरी मार्केट में ट्रेड किया जा सकता है।
06 May 25
"डालाल स्ट्रीट पर महत्वपूर्ण सप्ताह: कॉर्पोरेट नतीजे, वैश्विक संकेत और केंद्रीय बैंक निर्णयों से तय होगी बाजार की दिशा"
इस सप्ताह भारतीय शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव की संभावना जताई जा रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि बाजार समेकन की स्थिति में रह सकता है, जिसमें ऊपर की ओर झुकाव देखने को मिल सकता है। इस सप्ताह कई महत्वपूर्ण घटनाएँ घटित होने वाली हैं, जिनका बाजार पर गहरा प्रभाव पड़ेगा। इनमें प्रमुख हैं: कॉर्पोरेट तिमाही परिणाम, वैश्विक आर्थिक आंकड़े, केंद्रीय बैंक की नीतियाँ और विदेशी निवेशकों की गतिविधियाँ। निवेशकों की निगाहें इन घटनाओं पर टिकी हुई हैं, जो बाजार की दिशा निर्धारित करेंगी।इस सप्ताह भारतीय शेयर बाजार में कई महत्वपूर्ण घटनाएँ घटित होने वाली हैं, जिनका बाजार पर गहरा प्रभाव पड़ेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि बाजार समेकन की स्थिति में रह सकता है, जिसमें ऊपर की ओर झुकाव देखने को मिल सकता है। कॉर्पोरेट तिमाही परिणाम, वैश्विक आर्थिक आंकड़े, केंद्रीय बैंक की नीतियाँ और विदेशी निवेशकों की गतिविधियाँ प्रमुख कारक होंगे जो बाजार की दिशा निर्धारित करेंगे।
05 May 25
अगले सप्ताह भारतीय प्राथमिक बाजार में हलचल: दो मुख्य और आठ SME आईपीओ की शुरुआत
अगले सप्ताह भारतीय प्राथमिक बाजार में निवेशकों के लिए रोमांचक अवसर आने वाले हैं। जहां मुख्यबोर्ड सेगमेंट में 2 IPOs खुलने जा रहे हैं, वहीं SME (Small and Medium Enterprises) सेगमेंट में 3 नई कंपनियां अपने शेयर बाजार में लाने के लिए तैयार हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि ये IPOs छोटे और मंझोले निवेशकों के लिए उच्च वृद्धि की संभावनाओं के साथ आकर्षक हो सकते हैं। निवेशकों को इन कंपनियों के व्यवसाय मॉडल, वित्तीय स्थिति और बाजार में प्रतिस्पर्धा का विश्लेषण करके ही निवेश निर्णय लेना चाहिए।अगले सप्ताह भारतीय प्राथमिक बाजार में निवेशकों के लिए कई नई संभावनाएं खुलने जा रही हैं। जहां मुख्यबोर्ड सेगमेंट में 2 IPOs खुलने जा रहे हैं, वहीं SME (Small and Medium Enterprises) सेगमेंट में 3 नई कंपनियां अपने शेयर बाजार में लाने के लिए तैयार हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि ये IPOs छोटे और मंझोले निवेशकों के लिए उच्च वृद्धि की संभावनाओं के साथ आकर्षक हो सकते हैं।
05 May 25
Mahindra BE6: इलेक्ट्रिक SUV के भविष्य का चेहरा या सिर्फ एक डिज़ाइन का ट्रेंड?
महिंद्रा एंड महिंद्रा अपनी BE6 के साथ इलेक्ट्रिक SUV बाजार में कदम रखने के लिए तैयार है, एक बोरन-इलेक्ट्रिक वाहन जो शानदार डिज़ाइन और प्रदर्शन का वादा करता है। सवाल यह है कि क्या इसकी आकर्षक एस्थेटिक्स और डाइनामिक क्षमताएं इस सेगमेंट में प्रभुत्व स्थापित करने में सफल हो पाएंगी, या क्या कोई महत्वपूर्ण तत्व इसमें गायब है? BE6 तुरंत ध्यान आकर्षित करती है अपनी तेज़-तर्रार रेखाओं और भविष्यवादी स्टाइलिंग के साथ, जो महिंद्रा के पारंपरिक SUV डिज़ाइन से हटकर है। इसका अलौकिक रूप स्पष्ट रूप से एक आधुनिक और टेक-प्रेमी ऑडियंस को ध्यान में रखते हुए डिज़ाइन किया गया है। शुरुआती रिपोर्ट्स से पता चलता है कि इसके त्वरित त्वरण और हैंडलिंग क्षमता ने इसे एक आकर्षक ड्राइविंग अनुभव का वादा किया है, जो इसे और भी डाइनामिक बना देती है।
05 May 25
अमेरिकी शेयर बाजार में गिरावट: ट्रंप के बयान से व्यापार युद्ध की आशंका बढ़ी
सोमवार को अमेरिकी शेयर बाजार में गिरावट देखी गई, जब राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संकेत दिया कि वह शी जिनपिंग से निकट भविष्य में मुलाकात करने की योजना नहीं बना रहे हैं। इस बयान ने चीन के साथ व्यापारिक तनावों को फिर से ताजा कर दिया है, जिससे निवेशकों में चिंता बढ़ गई है। एसएंडपी 500, डॉव जोन्स और नैस्डैक 100 से जुड़े फ्यूचर्स अनुबंधों में लगभग 0.5% की गिरावट आई है। यह गिरावट उस समय आई है जब बाजार में स्थिरता की उम्मीदें बढ़ रही थीं, खासकर व्यापारिक विवादों के समाधान की संभावनाओं के बीच। ट्रंप के बयान ने व्यापारिक तनावों के बढ़ने की आशंका को जन्म दिया है, जिससे वैश्विक निवेशकों में अनिश्चितता का माहौल है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि यह तनाव बढ़ता है, तो अमेरिकी कंपनियों के लाभ में कमी आ सकती है और वैश्विक आर्थिक विकास पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
05 May 25HIGHLIGHTS
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ट्रम्प प्रशासन की 10% चीनी आयात पर टैरिफ नीति से टेक उद्योग और उपभोक्ताओं पर बड़ा असर
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा लगाए गए 10% टैरिफ, जो फरवरी 2025 से लागू होंगे, टेक इंडस्ट्री और आम उपभोक्ताओं की जेब पर भारी पड़ सकते हैं। इस फैसले से लैपटॉप, स्मार्टफोन और चिप्स जैसी अहम इलेक्ट्रॉनिक्स की कीमतें बढ़ेंगी। कंपनियां उत्पादन शिफ्ट करने पर विचार कर रही हैं, जबकि एक्सपर्ट्स चेतावनी दे रहे हैं कि इसका असर बाजार में लैपटॉप और टैबलेट की बिक्री पर भी पड़ सकता है।

भारत में नया आयकर विधेयक 2025 पेश, 1961 के कानून की जगह लेगा
13 फरवरी 2025 को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में आयकर विधेयक 2025 (Income Tax Bill 2025) पेश किया। यह विधेयक आयकर अधिनियम, 1961 को प्रतिस्थापित करेगा और देश की कर प्रणाली को सरल, पारदर्शी और प्रभावी बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इस विधेयक में टैक्स ईयर (Tax Year) की नई अवधारणा, वेतनभोगी करदाताओं के लिए नए कटौतियाँ, और आभासी डिजिटल संपत्तियों (VDAs) जैसे क्रिप्टोकरेंसी और NFT को औपचारिक रूप से संपत्ति की श्रेणी में शामिल किया गया है। संयुक्त संसदीय समिति (JPC) इस विधेयक की समीक्षा कर 10 मार्च 2025 तक अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। यदि इसे मंजूरी मिलती है, तो नया कानून 1 अप्रैल 2026 से लागू होगा।